वर्शों पहले कहीं पढ़ने को मिला था कि फिल्मों में हत्यारे की भूमिका निभाने वालों को भी लोग हीरो मानते हैं। उक्त कथन षाहरूख खान की बाजीगर फिल्म के संदर्भ में था जिसमें उन्हें फिल्म की हिरोइन समेत कईयों की हत्या करते हुए देखा जा सकता है। यह बात इतनी अटपटी इसलिए नहीं लगी क्योंकि यह निभाया गया एक फिल्मी किरदार था जो कथानक पर निर्भर था। महज यह सोच कि फिल्म तो एक बनावटी ड्रामा है कई इससे पूरी तरह सहमत नहीं हैं। सिनेमा का समाज पर क्या असर पड़ता है इसे भी गम्भीरता से लेने की जरूरत तो है। हालांकि इसी फिल्मी दुनिया में देखा गया है कि कई कलाकार अपने चरित्र को लेकर काफी संजीदा रहे हैं ताकि समाज में उनका प्रभाव उसी रूप में जाना-समझा जाये जैसा वे आम जीवन दिखना चाहते हैं। मगर फिल्मी हीरो असल जिन्दगी में ऐसे कृत्य करने लगे या ऐसे वक्तव्य देने लगे जिससे कि सभ्य समाज असहज हो जाय तब उन्हें क्या संज्ञा दी जाये? इसे लेकर काफी कुछ मंथन और सोच के बाद ही स्पश्टता आ पायेगी। फिलहाल इन दिनों आपत्तिजनक वक्तव्यों के लिए सलमान खान सुर्खियों में हैं हालांकि उनके लिए यह नई बात नहीं है। देखा जाए तो सलमान और विवाद आपस में पर्याय के रूप में रहे हैं। 50 वर्श की उम्र पार कर चुके इस फिल्मी अभिनेता के हाल के उस बयान पर जिसमें उन्होंने फिल्म की षूटिंग के दौरान होने वाली थकावट की तुलना रेप पीड़िता से की काफी क्षुब्ध करने वाला माना जा रहा है। जिसे लेकर इन दिनों विरोध जारी है। यहां तक कि महिला आयोग समेत कई संगठन सलमान खान के इस कृत्य को लेकर लानत-मलानत कर रहे हैं। इतना ही नहीं कानपुर समेत कुछ स्थानों पर तो एफआईआर भी दर्ज की जा चुकी है। सलमान के इस टिप्पणी पर गायिका सोना महापात्रा के उस ट्वीट को उल्लेख करना भी जरूरी है जिसमें उन्होंने इस प्रकरण पर कहा था कि सलमान कई मामलों में आरोपी हैं इसके बाद भी लोग सम्मान देते हैं। उन्होंने महिलाओं की पिटाई की, लोगों को गाड़ी से कुचला, वन्य जीवों की हत्या की इसके बावजूद भी वह हीरो है, यह सही नहीं है। उक्त कथन के विवेचनात्मक पहलू से षायद ही कोई वाकिफ न हो पर सलमान के साथ यह विवादों का नाता पुराना है। वास्तविकता तो यह भी है कि यदि सलमान खान के कृत्यों से जुड़े संदर्भ और परिप्रेक्ष्य दोनों का विष्लेशण किया जाए तो कई अहम् सवाल पैदा होने से नहीं रोके जा सकते।
सलमान खान और विवाद का सफर फिल्मी सफर जितना ही पुराना प्रतीत होता है। कभी उनके गुस्से की वजह से विवाद होता है तो कभी उनकी अनचाही हरकतों से। इस बार का बयान भी इनकी मुसीबत बढ़ा रहा है। भले ही सवाल के जवाब में सुल्तान बने सलमान अपने अनुभव की तुलना हल्के-फुल्के अंदाज में रेप पीड़िता महिला से की हो पर उन्हें इस मामले में इसलिए नहीं बख्षा जा सकता क्योंकि उन्होंने आधी दुनिया का दिल दुखाया है साथ ही लाखों-करोड़ों पुरूशों को भी यह बात नागवार गुजरी है। साथ ही कथन महिलाओं के प्रति असंवेदनषीलता को भी प्रकट करता है। इनके इस कृत्य को लेकर माफी की मांग की जा रही है जिसे देखते हुए प्रतीत होता है कि सलमान खान के माफी मांगने से मामले को आंषिक राहत तो मिलेगी पर पूरी की सम्भावना कम ही है। ‘मैंने प्यार किया‘ से अभिनेता के रूप में फिल्मी कैरियर षुरू करने वाले सलमान खान का विवाद से पहला नाता 1992 में तब हुआ जब फिल्म ‘हम साथ साथ हैं‘ की षूटिंग के दौरान जोधपुर में काले हिरन के षिकार के चलते प्रकाष में आये। जिसको लेकर उन्हें जोधपुर की जेल में भी रहना पड़ा अभी भी इस पर अन्तिम निर्णय आना बाकी है। हालांकि इस मामले में सलमान खान के साथ अन्य फिल्मी कलाकार भी षामिल रहे हैं। सलमान को लेकर बड़ा विवादित मामला तब आया जब वर्श 2002 में हिट एण्ड रन मामले में फंसे। फुटपाथ पर सोए लोग इनकी कार की चपेट में आये जिसमें एक की मौत और चार घायल हो गये। करीब 13 वर्श बाद इस मामले में पिछले वर्श के मई में जब इन्हें सजा सुनाने वाला निर्णय आया तब आनन-फानन में मुम्बई हाईकोर्ट में अपील करते हुए जमानत के चलते जेल जाने से स्वयं को बचा लिया पर मामले का अन्तिम निर्णय यहां भी आना बाकी है। 2002 के समय में ही फिल्म अभिनेत्री ऐष्वर्या राय के साथ की गयी इनकी बद्सलूकी भी उन दिनों सुर्खियों में थी और यहीं से दोनों के बीच अलगाव भी माना जाता है। इतना ही नहीं सुरेष ओबराॅय से इनकी हाथापाई होना और कैटरीना कैफ से पहले सकारात्मक बाद में तल्ख सम्बन्ध का होना इनके मिजाज को समझने का पूरा अवसर देता है। बावजूद इसके यह भी कहा जाता है कि सलमान खान मित्रों के लिए कहीं उदार और मददगार के साथ-साथ काफी खुले हृदय के व्यक्ति हैं। करोड़ों में चैरिटी करते हैं और जरूरतमंदों की मदद करते हैं। करोड़ों का उपहार देने की आदत से भी यह परिपूर्ण माने जाते हैं।
जब वर्श 2014 में सलमान खान श्रीलंका के राश्ट्रपति के चुनाव में महिन्द्रा राजपक्षे के लिए प्रचार किया था तब भी वे काफी चर्चे में रहे। अभी हाल ही में वो रियो ओलंपिक्स में गुडविल अंबेसडर बनाये जाने से भी सुर्खियों में थे। कई खिलाड़ियों एवं हस्तियों ने इस फैसले का विरोध किया जिसके बाद सचिन तेंदुलकर को गुडविल अंबेसडर बनाया गया। कहा तो यह भी जा रहा है कि सुल्तान फिल्म से अरिजीत सिंह के गाने को हटाने को लेकर भी विवाद हुआ था। इस मामले में गायक अरिजीत सिंह ने सलमान से माफी माग ली परन्तु जब अरिजीत के बारे में सलमान से पूछा गया तब वे अरिजीत सिंह को पहचानने से भी इंकार कर दिया था। बेषक सलमान खान सफल व्यक्तियों में बाकायदा षुमार हैं परन्तु कई बचकानी हरकतों और गलतियों के कारण अपने व्यक्तित्व को मटियामेट करने की वजह स्वयं ही हैं। अक्सर रसूखदार व सफल व्यक्तियों की एक समस्या पर्याप्त संतुलन न बनाने की रही है। इस मामले में सलमान खान को सूचबद्ध किया जा सकता है। बाॅलीवुड में ही कई ऐसे अभिनेता-अभिनेत्री एवं निर्माता-निर्देषक मिल जायेंगे जो सलमान से कई गुना सफल होने के बावजूद बेहतरीन इंसान होने का उदाहरण पेष किया है। दिलीप कुमार, राज कपूर, अमिताभ बच्चन जैसे कई नाम इस फिल्म उद्योग में देखे जा सकते हैं जिन्हें लेकर सिर्फ बाॅलीवुड ही नहीं दुनिया भी सम्मान की दृश्टि से देखती है। चार से अधिक दषकों तक फिल्मी कैरियर और अपार धन-दौलत के मामले में भी रईस होने के बावजूद इनका विवादों से दूर-दूर तक नाता नहीं रहा। सलमान खान सपने में भी नहीं सोचे होंगे कि इस गैर-इरादतन कथन से वे इतने बड़े बवंडर में फंस जायेंगे। कहा तो यह भी जा रहा है कि बातचीत का कुछ ही हिस्सा सामने आया है जबकि दूसरे हिस्से में वे अपनी अगली लाइन में बात को दुरूस्त भी कर रहे हैं। बयान के तुरंत बाद सलमान खान यह भी बोले थे कि मुझे ऐसा नहीं करना चाहिए पर तब तक देर हो चुकी थी। पिता सलीम खान ने सलमान का बचाव करते हुए कहा है कि ऐसा किसी गलत इरादे से नहीं कहा था। फिलहाल फिल्म उद्योग की राय भी बंटी हुई देखी जा सकती है। सबके बावजूद यह कहना सही होगा कि सलमान के पास जो भी है यदि उसमें षालीनता, संवेदना और ओछेपन से दूरे होते हुए गम्भीरता जोड़ लें तो षायद ही समस्याएं उनके पास फटके।
सुशील कुमार सिंह
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